तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय में हिंदी विभाग की दो दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं अनशन पर बैठ गए हैं।कल दोपहर से शुरू हुआ अनशन देर रात भी जारी रहा।मंगलवार अहले सुबह सभी ने फिर से अनशन शुरू कर दिया है। छात्र छात्राएं हिंदी विभांग के शिक्षक दिव्यानंद के तबादले को लेकर अनशन पर बेठे हैं। दरअसल, बीते 31जनवरी को शिक्षक दिव्यानंद के जन्मदिन के दौरान छात्र छात्राओं के आग्रह पर उन्हों ने तलवार से केक काटा था,जिसके बाद कुलपति के निर्देश पर जांच कमिटी गठित कर दी गयी थी, कमेटी के रिपोर्ट पर शिक्षक का तबादला नारायणपुर कॉलेज में कर दिया।इसके बाद छात्र-छात्राएं अनशन पर बैठ गए हैं। शिक्षक के तबादले को वापस लेने की मांग की जा रही है। छात्रों का कहना है की तलवार से केक कटवाना हमारी गलती थी तो शिक्षक पर कार्रवाई क्यों कर दी गयी, जब तक तबादलावापस नहीं होता है अनशन पर बैठे रहेंगे।
कुलपति बोलें- कर्रवाई की जाएगी विश्वविद्यालय कुलपति का मानना है कि हिन्दी विभाग में तलवार से केक काटने प्रकरण में विश्वविद्यालय की छवि धूमिलहई है। इसका असर शैक्षणिक और प्रशासनिक वातावरण पर भी पड़ा है। अनुशासन तोड़ने वाले दंडित होंगे,बख्शे नहीं जाएंगे। इस प्रकरण को तूल देने और इसमें परोक्ष या अपरोक्ष रूप से शामिल अन्य लोगों की भी शिनाख्त एक उच्च स्तरीय कमिटी बनाकर कराई जाएगी। ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई होगी। पूरे मामले में नजर रखी जा रही है।इधर, प्रॉक्टर डॉ अर्चना कुमारी साह ने विभाग में अनशनपर बैठे छात्र-छात्राओं से पठन पाठन पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। साथ ही कहा कि यदि छात्राएं विश्वविद्यालय और विभांग का अनुशासन तोड़ती हैं तो ऐसे छात्र-छात्राओं की भी शिनाख्त कर अनुशासनिक कर्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर हाल में विश्वविद्यालय का अनुशासन और गरिमा बरकरार रखा जाएगा।