तेलंगाना के वारंगल जिले में निर्माणाधीन सुरंग के धंसने से आठ मजदूर मलबे में फंस गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उत्तराखंड में हाल ही में हुए सुरंग बचाव अभियान में शामिल विशेषज्ञों की मदद लेने पर भी विचार किया जा रहा है।घटना बुधवार शाम की है, जब सुरंग का एक हिस्सा अचानक धंस गया, जिससे वहां काम कर रहे मजदूर फंस गए। स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया। हालांकि, मलबे की जटिलता और सुरंग की संरचना के कारण बचाव कार्य में कठिनाइयां आ रही हैं।प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और वारंगल में सुरंग धंसने की घटना पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।”उत्तराखंड में हाल ही में जोशीमठ सुरंग हादसे में सफल बचाव अभियान चलाने वाले विशेषज्ञों की टीम को तेलंगाना बुलाने पर विचार किया जा रहा है। इन विशेषज्ञों के पास सुरंगों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का व्यापक अनुभव है, जो वर्तमान स्थिति में उपयोगी साबित हो सकता है।मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा, “हम बचाव कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री से मिली सहायता के लिए हम आभारी हैं।
हम उत्तराखंड के विशेषज्ञों की मदद लेने पर भी विचार कर रहे हैं ताकि फंसे हुए मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।”स्थानीय लोगों और फंसे हुए मजदूरों के परिवारों में घटना के बाद से चिंता का माहौल है। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। बचाव कार्य लगातार जारी है, और सभी की उम्मीद है कि फंसे हुए मजदूर जल्द ही सुरक्षित बाहर निकल आएंगे।