बिहार के भोजपुर जिले में गंगा नदी के किनारे एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां 10 किलो ताज़ी पकड़ी गई मछलियों, जिनकी कीमत लगभग 2,000 रुपये थी, को बंदूक की नोक पर लूट लिया गया। इस घटना में मछुआरे की जान पर भी बन आई।
यह घटना गुरुवार रात बड़जा गांव में बिहिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई। 50 वर्षीय प्रबंधक मल्लाह, जो पिपरपंती के निवासी और एक अनुभवी मछुआरे हैं, ने नदी में मछली पकड़ने के लिए जाल डाला था। उन्हें उम्मीद थी कि अच्छी मछली मिलेगी, लेकिन आठ अपराधियों के एक गिरोह ने उनकी मछलियों पर नजर गड़ा रखी थी।
मल्लाह ने अस्पताल के बिस्तर से बताया, “जब मुझ पर गोली चलाई गई, तो मैंने अपनी जान बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। जब मैं बाहर निकला, तो मछलियां, जाल—सब कुछ गायब था।” उनके साथी, दसाई मल्लाह, सुरक्षित भागने में सफल रहे।
डॉ. हर्षवर्धन, जो प्रबंधक का इलाज कर रहे हैं, ने कहा, “गोली उनके गाल को चीरते हुए गर्दन में फंस गई थी। हमने उसे निकाल दिया है, लेकिन उन्होंने काफी खून खो दिया है। उन्हें निगरानी में रखा गया है।”
भोजपुर के एसपी राज ने बताया कि कुछ अपराधियों की पहचान हो गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
एक ऐसे क्षेत्र में, जहां मछली पकड़ना, पकाना और सराहना करना परंपरा है, अब मछलियों को बंदूक की नोक पर लूटा जा रहा है। नदियां मछलियों से भरी हो सकती हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए, ऐसा लगता है कि अपराध ही असली शिकार बन गया है।