मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने 9 फरवरी 2025 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका यह निर्णय राज्य में पिछले दो वर्षों से जारी मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा, पार्टी विधायकों के असंतोष, और विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की तैयारी के बीच आया है।
मुख्य कारण:
- जातीय हिंसा: मई 2023 से मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष चल रहा है, जिसमें अब तक 258 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, हजारों लोग विस्थापित हुए हैं, और संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है।
- विधायकों में असंतोष: बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी के कई विधायक मुख्यमंत्री के नेतृत्व से असंतुष्ट थे और नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे थे। एनडीए की सहयोगी पार्टियों, जैसे नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और जनता दल (यूनाइटेड) ने भी राज्य सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
- अविश्वास प्रस्ताव: कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बनाई थी, जिससे सरकार के गिरने का खतरा बढ़ गया था।
इन परिस्थितियों के मद्देनजर, एन. बीरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात के बाद इंफाल लौटकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
यह इस्तीफा मणिपुर की राजनीतिक स्थिति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, और अब राज्य में नए नेतृत्व के चयन की प्रक्रिया शुरू होगी।