BPSC 70वीं PT को रद्द करवाने की मांग लेकर कैंडिडेट्स का प्रदर्शन आज दूसरे दिन भी जारी है। मंगलवार को खान सर ने कहा ‘ सीएम नीतीश को रि एग्जाम की बात पता चल गई है। उन्होंने दीपक सर (यानी सीएम के प्रधान सचिव ) को कहा है कि इन लोगों की जो मांग है, उसे पूरी करा दीजिए।
हमलोग उनसे रिक्वेस्ट करते हैं कि सीएम सर दीपक सर मिलकर रि-एग्जाम करवा दें। मंगलवार को दूसरे दिन भी खान सर कैंडिडेट्स के साथ गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंच हैं। उन्होंने कहा कि अपनी मांग के बहुत करीब पहुंचे हैं। हम लोग वकालत करने जा रहे हैं। अपना केस खुद लडेंगे। बच्चों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। गर्दनबीग में खान सर हाथों में चूड़ी और पायल लेकर प्रदर्शन कर रहे।

सोमवार को शिक्षक खान सर ने कहा था कि जब तक सरकार और आयोग री-एग्जाम की मांग को नहीं मानती है। तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। आज इससे भी ज्यादा संख्या में भीड़ जुटेगी।

उन्होंने कहा, ‘हम लोग लड़ाई जीत गए हैं। सरकार भी अब ये बात मान चुकी है कि री-एग्जाम करना हमारी मजबूरी है। मजिस्ट्रेट, प्रशासन, BPSC, सचिवालय सब ये मान चुके हैं। सारे सबूत हमारे पक्ष में हैं।’
शिक्षक खान सर के मुताबिक, ‘खगड़िया, भागलपुर में क्वेश्चन पेपर टिक मारकर कुछ लोगों के साथ शेयर किया गया है। सीवान, मोतिहारी में भी धांधली हुई है। सबका CCTV देंगे। 22 सेंटर पर परीक्षा लेकर नॉर्मलाइजेशन किया गया है। सरकार हमें मजबूर न करें, नहीं तो गांधी मैदान में लाखों की भीड़ जुटेगी। बड़ा आंदोलन करेंगे।’
PM मोदी से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग
सोमवार को गर्दनीबाग में हुए प्रदर्शन के दौरान खान सर ने कहा था कि, ‘हम लोगों की सिर्फ एक ही मांग है री-एग्जाम। एग्जाम में धांधली हुई है। कोई गलत डिमांड नहीं कर रहे हैं। सरकार के हित में री-एग्जाम होगा। सरकार अगर चाहती है कि नाराजगी न झेले और 2025 का फैसला उनके फेवर में हो तो री-एग्जाम करवा दे।
‘हमने हाईकोर्ट में सबूत दे दिया है और सरकार को री-एग्जाम करानी ही पड़ेगी। हम प्रधानमंत्री मोदी जी से भी कहते हैं कि वे भी इसमें हस्तक्षेप करें। बिहार में आपकी डबल इंजन की सरकार है। डबल इंजन की सरकार सिर्फ हॉर्न बजाने के लिए नहीं है।’
‘सरकार से गुजारिश है कि वे बच्चों के गुस्से को नफरत में नहीं बदलने दें। आज यहां जितनी संख्या में बच्चे आए हैं, कल इससे दोगुनी संख्या में आएंगे। इसलिए हम लोगों की मांग है री-एग्जाम। नहीं तो कोर्ट में बच्चों की जीत हो रही है।’
हाईकोर्ट में 16 जनवरी को हुई थी सुनवाई
री-एग्जाम का मामला पटना हाईकोर्ट में भी चल रहा है। इस मामले में पहली सुनवाई 16 जनवरी को हुई थी। सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने 30 जनवरी से पहले BPSC को एफिडेविट देने को कहा था।
हालांकि, कोर्ट ने PT एग्जाम पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कई बार मामला लिस्टेड भी हुआ पर सुनवाई नहीं हुई। BPSC 70वीं PT री-एग्जाम को लेकर प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज समेत कई अन्य याचिकाएं पटना हाई कोर्ट में दायर की गई है। इसे अब एक साथ जोड़ दिया गया है।
जनसुराज के अलावा पूर्णिया सांसद पप्पू यादव और खान सर की ओर से भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इसमें री-एग्जाम कराने और प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज FIR को वापस लेने की मांग की गई है।
18 दिसंबर से गर्दनीबाग में धरने पर हैं कैंडिडेट्स
दरअसल, BPSC 70वीं री-एग्जाम को लेकर 18 दिसंबर से पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हैं। 13 दिसंबर को पटना के बापू परीक्षा सेंटर में अभ्यर्थियों ने धांधली का आरोप लगाया था, जिसके बाद इस सेंटर की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। हालांकि, अभ्यर्थी पूरे सेंटर की परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हैं। छात्रों का कहना है कि आयोग सभी 912 सेंटर की परीक्षा रद्द कर री-एग्जाम कराए।