औरंगाबाद में 10 लाख रुपए के लिए ससुराल वालों ने बहू की हत्या कर दी। महिला के परिवार वालों का आरोप है कि मर्डर के बाद शव चोरी-छिपे जला दिया, ताकि किसी को कुछ पता नहीं चल सके। मृतका संतोष साव की पत्नी शिवानी (28) है।
संतोष और शिवानी की शादी 4 साल पहले हुई थी। उस समय संतोष नौकरी नहीं करता था। शादी के करीब 1 साल बाद उसकी रेलवे के ग्रुप-डी में नौकरी लग गई। जिसके बाद पति और ससुराल वालों के तेवर बदल गए।
सभी मायके वालों से 10 लाख रुपए दहेज मांगने लगे। पैसे न देने पर शिवानी के साथ मारपीट करने लगे। मामला गुरुवार रात फीगंज प्रखंड के कोटवारा गांव का है।

बेटी की मौत की सूचना पर सबसे पहले पहुंचे पिता
शिवानी की मां शिवरतिया देवी ने शुक्रवार देर शाम गोह थाना क्षेत्र के रफीगंज थाने में आवेदन दिया। उन्होंने बताया, ‘गुरुवार की रात 10 बजे शिवानी की शादी कराने वाले अगुआ सुनील साव ने फोन किया कि आपकी बेटी की मौत हो गई है। मेरे पति शिव साव रात में ही कोटवारा (मृतका के ससुराल) गांव पहुंचे।’
‘वहां पता चला कि सूचना सही है और लाश को जला दिया गया है। जिसके बाद हम लोग भी परिवार के बाकी लोगों के साथ वहां पहुंचे। दोनों का 18 महीने का एक बच्चा भी है।’
शिवरतिया देवी ने कहा-
दामाद रेलवे में ग्रुप-डी में नौकरी करता है। संतोष साव के कहने पर ससुर पन्ना साव, हीरालाल साव, महेंद्र साव, मंजू देवी, सरोजिया देवी और पना साव की बड़ी बहू ने मिलकर मेरी बेटी शिवानी की हत्या की और शव को जला दिया। इस बात की किसी को भनक तक नहीं लगने न दी।
भाई बोला- सरकारी नौकरी लगते ही पति का बर्ताव बदला
शिवानी के ममेरे भाई चिंटू ने कहा, ‘दहेज के लिए लड़की को मारा डाला। पहले नौकरी नहीं थी, रेलवे में नौकरी लगी तो सभी का बर्ताव बदल गया। दहेज में 10 लाख रुपए मायके वालों से मांगा जा रहा था, नहीं देने पर ससुराल वालों ने जान से मार दिया। रात में वारदात को अंजाम दिया।’
ससुर सहित 3 से पुलिस कर रही पूछताछ
थानाध्यक्ष गुफरान अली ने कहा, ‘सूचना मिलते ही दलबल के साथ कोटवारा पहुंचे। जहां से मृतका के ससुर पन्ना साव, अगुआ सुनील साव, चंदन कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।’