शिवहर के इंजीनियरिंग कॉलेज की इलेक्ट्रिकल के फाइनल ईयर की छात्रा आकांक्षा कुमारी ने 22 मार्च की रात गर्ल्स हॉस्टल में आत्महत्या की। उसका शव पंखे से लटका मिला था। उसके कान में इयरफोन भी लगा था।
बताया जा रहा है कि सुसाइड करते समय वह किसी से बात कर रही थी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि वह किससे बात कर रही थी।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। कॉल डिटेल्स खंगाला जा रहा है।
वहीं, घटना के दो दिन बाद सोमवार यानी 24 मार्च को भास्कर की टीम ने आकांक्षा के पिता तारकेश्वर प्रसाद शाही से बात की। उन्होंने कहा- ‘हमारी बेटी की हत्या की गई है।’ पिता ने कॉलेज के प्रोफेसर और वॉर्डन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।

पिता बोले- हत्या कर के शव फंदे से लटकाया
आकांक्षा के पिता तारकेश्वर प्रसाद शाही ने रविवार को पिपराही थाने में कॉलेज प्रशासन पर आवेदन दिया है। कॉलेज के इलेक्ट्रिकल फैकल्टी के प्रोफेसर सनय और वॉर्डन रूपा पर उनकी बेटी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनका दावा है- ‘बेटी की हत्या कर शव को फांसी के फंदे पर लटकाया गया है। इसे आत्महत्या का रूप दिया गया है।’
आकांक्षा के दोस्त ने बताया वो मर गई है
तारकेश्वर प्रसाद ने बताया- ‘शनिवार की शाम 8.30 बजे हमें आकांक्षा के दोस्त सुधांशु का फोन आया। उसने बताया कि आंकाक्षा की मौत हो गई है। सुधांशु मोतिहारी के एक कॉलेज में पढ़ता है। इसकी आकांक्षा से दोस्ती अररिया में हुई थी।’
‘पहले दोनों अररिया के पॉलिटेक्निक कॉलेज में साथ पढ़ते थे। वहां, से जब फर्स्ट ईयर में ग्रेड सही आया तो आंकाक्षा का शिवहर कॉलेज में ट्रांसफर हो गया और सुधांशु का मोतिहारी कॉलेज में हो गया। यहां से दोनों अलग-अलग कॉलेज में चले गए। लेकिन दोनों की फोन पर अक्सर बात होती थी।’
बेटी के शव के पास भी नहीं जाने दिया
पिता ने कहा- ‘सुधांशु को कैसे आकांक्षा की मौत के बारे में पता चला इसकी हमें जानकारी नहीं है। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही मैंने अपनी बेटी के हॉस्टल वॉर्डन रूपा को कई बार फोन किया, लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं किया।’
‘थक हार कर हमने आकांक्षा की बेस्ट फ्रेंड गजाला को फोन किया। उसने बताया कि मैं उसके कमरे के बाहर गई और गेट खटखटाया। लेकिन उसने गेट नहीं खोला। तब हमें इसपर शक हुआ।’
‘गजाला ने कॉलेज प्रशासन और पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुंच पुलिस ने करीब रात 9 बजे गेट तोड़ा। हम लोग रात 12 बजे मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक मेरी बेटी की लाश को नीचे उतार दिया गया था। इतना ही नहीं हमें मेरी बेटी के शव के पास जाने तक नहीं दिया गया। उसके रूम से अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।’

2022 में शिवहर कॉलेज में करवाया था एडमिशन
तारकेश्वर प्रसाद शाही ने बताया- ‘प्रोफेसर सनय बार-बार कॉलेज से निकालने की धमकी दिया करता था। मेरी बेटी पढ़ने में भी अच्छी थी। शांत व्यवहार की थी, इसके बावजूद वॉर्डन रूपा उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थी। साल 2022 में मैंने अपनी बेटी आकांक्षा का इंजीनियरिंग कॉलेज, शिवहर में एडमिशन करवाया था।’
सेफ्टी की वजह से उसको कॉलेज के ही हॉस्टल में रखा था। एक साल तक कॉलेज में वो बहुत खुश थी। हमारी हर दिन रात में बात होती थी। वो कॉलेज के बारे में सब कुछ बताया करती थी।2023 तक कॉलेज में सब कुछ ठीक रहा। इसके बाद 2024 के दिसंबर में प्रोफेसर सनय ने मेरी बेटी को परेशान करना शुरू कर दिया। वह लगातार उसे क्लास में डांटता था। इस बात की जानकारी आकांक्षा ने मुझे दी और रोना शुरू कर दिया।
प्रोफेसर ने कॉलेज से निकलवाने की दी थी धमकी
पिता ने आगे बताया- ‘2025 के 28 फरवरी को मेरी बेटी को सनय ने धमकी दी। कहा कि तुम्हारे प्रैक्टिकल के नंबर कम कर देंगे। किसी एक सब्जेक्ट में तुम्हारे काम को इनकंपलीट बता देंगे। ताकि तुम्हें कॉलेज से निकाल दिया जाए।’
‘इस मामले को लेकर मैं उसके कॉलेज आया था। प्रिंसिपल और टीचर से बात की थी। इस पर कॉलेज प्रशासन ने कहा कि ठीक है, आगे से ऐसा नहीं होगा। फिर मैं वापस घर आ गया। होली पर वो घर आई थी। तब भी सब कुछ ठीक था। वो खुश थी।’
पिता ने आगे बताया-
18 मार्च को वो वापस हॉस्टल चली गई थी। घटना से एक दिन पहले 21 मार्च की रात 9 बजे मैंने अपनी बेटी से बात की। उस दौरान वह बिल्कुल हमेशा की तरह नॉर्मल थी। लेकिन शनिवार की रात हमें उसके एक दोस्त का कॉल आया। उसने कहा कि आकांक्षा की डेथ हो गई है। मैं अपनी बेटी को अच्छे तरीके से जानता हूं, वह ऐसा कदम कभी नहीं उठा सकती है। मेरी बेटी कि आत्महत्या एक साजिश है, उसके पीछे कई सारे बड़े राज छुपे हुए हैं।
प्रिंसिपल बोले- दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे, वो लटकी थी
प्रिंसिपल कौशलेंद्र कुमार सिंह ने बताया- ‘हम लोग कॉलेज के ऑफिस में रात 8 बजे तक बैठे थे। तभी हमें कॉल आया कि एक लड़की 3-4 घंटे से दरवाजा बंद कर के रखा है, नहीं खोल रही है। इसके बाद हम लोग हॉस्टल पहुंचे और वॉर्डन को कमरे के पास बुलाया। तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि आकांक्षा फंदे से लटकी है। हमें सुसाइड का कारण नहीं पता है।’
आकांक्षा का दोस्त बोला- सुधांशु उसका बॉयफ्रेंड था
इस मामले को लेकर पिता ने कॉलेज प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया है। वहीं, लड़की के एक दोस्त का कहना है कि सुधांशु उसका बॉयफ्रेंड था। दोनों 3 साल से रिलेशनशिप में थे।

कॉलेज में स्टूडेंट्स ने की तोड़फोड़
22 मार्च की रात 1-2 बजे के करीब कॉलेज के स्टूडेंट्स ने घटना से परेशान होकर कैंपस में तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस ने 16 स्टूडेंट्स पर केस करते हुए उनसे पूछताछ की। फिलहाल, कॉलेज अगले आदेश तक बंद है। इस घटना का वीडियो भी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
SP शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया- ‘बॉडी का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था। लड़की की कॉल डिटेल निकाली जा रही है।’