मुंगेर में शुक्रवार को ASI संतोष कुमार की लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बिहार के डिप्टी CM विजय सिन्हा ने शनिवार को एक चैनल को दिए इंटरव्यू में घटना पर दुख जताते हुए कहा- अपराधी जिस भाषा में समझें उस भाषा में समझाइए। अगर एनकाउंटर की जरूरत है तो करो, सरकार की खुली छूट है।’
ASI संतोष शुक्रवार रात शराब पीकर हंगामे की सूचना पर अपनी टीम के साथ ITC नंदलालपुर गांव गए थे। उनके सिर पर लोहे की रॉड से कई बार किए गए। डॉक्टर ने बताया- ‘सिर में 8 शार्प इंजरी के निशान मिले हैं। खोपड़ी की हड्डी तक टूट चुकी थी।’
भास्कर की टीम इस हमले के बाद ग्राउंड पर पहुंची। मौके पर अब भी ASI के खून के निशान मौजूद हैं। हमले के बाद संतोष कुमार को 20 फीट तक घसीटा गया था।

संतोष कुमार की शनिवार को पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई।
हथियार छीनकर भागने लगा अपराधी, पैर में लगी गोली
हमले के बाद पुलिस टीम ने आरोपी गुड्डू यादव को गिरफ्तार कर लिया। टीम उसे लेकर मुख्य आरोपी को पकड़ने जा रही थी। इसी दौरान गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। इसमें SHO सहित 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद गिरफ्तार गुड्डू यादव ने सिपाही का हथियार छीन लिया। आत्मरक्षा में पुलिस ने अपराधी को पैर में गोली मारी, जिससे वो घायल हो गया। सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घटना में 7 लोग शामिल थे, अब तक 5 गिरफ्तारी हुई
मुंगेर रेंज के DIG राकेश कुमार ने बताया- ‘इस मामले में अबतक कुल सात लोगों की संलिप्तता सामने आई है। जिसमें गुड्डु कुमार समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’
‘पुलिस की गिरफ्त से भागने के क्रम में गुड्डु कुमार को एक गोली लगी है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। इस मामले में ऐसी कार्रवाई की जाएगी, जिससे पुलिसकर्मियों पर हमला किए जाने के मामले प्रकाश में नहीं आएंगे।’
ASI को मारकर मेरे घर के सामने फेंक गए
ASI संतोष कुमार, प्रदीप कुमार की शिकायत पर गांव में पहुंचे थे। प्रदीप ने बताया- ‘हम सब घर में होली खेल रहे थे। रणवीर यादव शराब पीकर गाली दे रहा था। मैंने चौकीदार से शिकायत की। कहा- अधिकारियों को बताइए ,इसे लेकर जाएंगे। थोड़ी देर में मेरा बेटा आया उसके सिर में चोट थी। रणवीर यादव ने हमला किया था।’
‘मेरी मां को भी मारा था। इसके बाद मैं पुलिस थाने गया। पुलिस गांव में आई। संतोष कुमार के साथ एक ड्राइवर और एक और पुलिस वाला था। उन्होंने कहा आप घर में ही रहिए हम समझा देंगे। थोड़ी देर बाद संतोष कुमार को मारकर उन्होंने मेरे दरवाजे पर रख दिया।’

हमले के बाद ASI संतोष कुमार इसी जगह गिर थे। मदद की जगह हमला करने वाले उन्हें 20 फीट तक घसीटकर ले गए।
मुंगेर में इलाज के बाद पटना रेफर किया गया
मुंगेर के प्राइवेट अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें पटना रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है।
ITC नंदलालपुर में डायल 112 को दो पक्षों के बीच मारपीट की सूचना मिली थी। ASI संतोष कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वे दोनों पक्षों को समझा कर शांत कर रहे थे। इसी दौरान एक पक्ष ने धारदार हथियार से उनके सिर पर हमला कर दिया।
संतोष कुमार डायल 112 में तैनात हैं। शुक्रवार शाम करीब 7:45 बजे उनके ऊपर हमला हुआ है। वे मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में टीम के साथ विवाद सुलझाने गए थे।
संतोष कुमार भभुआ के रहने वाले हैं। वे पिछले एक साल से मुफ्फसिल थाने में तैनात थे। अभी में वे डायल 112 की टीम में ड्यूटी कर रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही सदर SDPO अभिषेक आनंद समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची।

चाचा बोले- अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए
ASI के चाचा गुप्तेश्वर सिंह और ग्रामीण अरविंद सिंह ने बताया-‘पहले तो संतोष ने दोनों पक्षों को समझा दिया था, लेकिन किसी ने पीछे से उन पर हमला कर दिया। होली के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए गए संतोष की बेरहमी से पीटकर हत्या कर दी गई। अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। परिवार की मदद के साथ सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।’
बदमाशों के मन में पुलिस का खौफ नहीं
ग्रामीणों का कहना है- ‘लोगों के मन से पुलिस का डर खत्म हो गया है। जब प्रशासन ही सुरक्षित नहीं है, तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे होगी।’ घटना की सूचना मिलते ही पूरा परिवार कैमूर से मुंगेर के लिए रवाना हो गया है।
सिर में 7 से 8 शार्प इंजरी है
सबसे पहले संतोष कुमार को मुंगेर के ही एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर अयूब आलम ने बताया- ‘जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो उस वक्त उनकी हालत बेहद ही गंभीर थी। उनके ब्रेन में 7-8 जगहों पर शार्प इंजरी थी। किसी तेज धारदार हथियार से मारा गया था। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया।’
शराब पीकर हंगामे की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
SP सैयद इमरान मसूद ने बताया- ‘शाम को डायल 112 पर सूचना मिली कि नंदलालपूर गांव में एक परिवार द्वारा शराब पीकर हंगामा किया जा रहा है। सूचना के सत्यापन के लिए ASI संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचने के बाद आरोपी और उसके पूरे परिवार के द्वारा उन(ASI संतोष कुमार) पर हमला किया गया। उन्हें गंभीर चोटें आई थी। (ASI संतोष कुमार को) इलाज के लिए पटना रेफर किया गया था। इस मामले में जो भी अभियुक्त हैं उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा-
संतोष कुमार के सिर पर लोहे की रॉड से हमला किय गया था। उनकी मौत हो गई है। पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। ऐसे ही अररिया में ASI की हत्या कर दी गई थी। मैं लोगों से अपील करता हूं कि पुलिस के साथ ऐसा ना करें। ये लोग भी किसी के बेटे, भाई, पति थे। पुलिस आपके लिए ही है। आपकी सुरक्षा के लिए ही लगी रहती है।
2007 में कॉन्स्टेबल पद पर STF में तैनात हुए थे
संतोष सिंह 8 मार्च को अपने बाबा के श्राद्ध कर्म में शामिल होने गांव आए थे। वह 11 मार्च को मुंगेर में अपनी ड्यूटी पर लौट गए थे। 2007 बैच के एएसआई संतोष अपने परिवार में सबसे बड़े थे। उनके दो भाई और तीन बहनें हैं। माता-पिता का पहले ही देहांत हो चुका है।
संतोष कुमार के परिवार से उनके ससुर अरुण कुमार सिंह, साडू संजय कुमार सिंह पटना से मुंगेर आए हैं। वे दो भाई तीन बहन में सबसे बड़े थे। 2007 में कॉन्स्टेबल पद पर STF में तैनात हुए थे। 13 दिसंबर 2010 में उनकी शादी आरा जिला के खेड़ी गांव में अरुण कुमार सिंह की दूसरी बेटी से हुई थी।
2017 में उनको एक बेटा हुआ, जो अभी वर्तमान समय में 8 साल का है। मूल रूप से ASI संतोष कुमार सिंह कैमूर के मोहनिया थाना के पिपरा गांव निवासी थे। उनके पिता का नाम स्वर्गीय भुनेश्वर प्रसाद सिंह और संतोष कुमार की पत्नी का नाम अनु कुमारी है।
2 दिन पहले अररिया में ASI की हमले में मौत हुई थी

अररिया में अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला हुआ है। इसमें फुलकाहा थाने में पदस्थापित ASI राजीव रंजन की मौत हो गई।कल यानी बुधवार की रात पुलिस की टीम फुलकाहा बाजार में छापेमारी करने गई थी। पुलिस एक वांटेड क्रिमिनल को पकड़ने गई थी। अपराधी को पकड़ भी लिया था, इसी दौरान टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया, जिसमें ASI गिर गए। राजीव रंजन को अस्पताल लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इधर ग्रामीण अपराधी को छुड़ा ले गए।