ओडिशा के भुवनेश्वर में कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) के हॉस्टल में नेपाली छात्रा का शव बरामद के मामले में अबतक 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। छात्रा के बैचमेट भारतीय छात्र के बाद मंगलवार को KIIT के तीन डायरेक्टर और दो सिक्योरिटी गार्ड्स को अरेस्ट किया गया।
इस मामले की जांच के लिए ओडिशा सरकार ने मंगलवार को गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव और उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त-सह-सचिव वाली हाई लेवल फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है।
दरअसल, 16 फरवरी की शाम बी-टेक थर्ड ईयर की स्टूडेंट प्रकृति लामसाल का शव कॉलेज के हॉस्टल में मिला था। कहा गया कि उसने आत्महत्या की है। छात्रा की मौत पर कॉलेज के अन्य इंटरनेशनल छात्रों यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रकृति के बैच का ही भारतीय छात्र उसे प्रताड़ित कर रहा था। दावा है कि छात्र लड़की का बॉयफ्रेंड था। स्टूडेंट्स का कहना है कि शिकायतों के बाद भी यूनिवर्सिटी ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। छात्रों ने यह आरोप भी लगाया कि यूनिवर्सिटी ने मामले को दबाने की कोशिश भी की।
हालांकि, मृतक छात्रा के चचेरे भाई की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी भारतीय छात्र को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया।

रिपोर्ट के आधार पर कानूनी एक्शन लेंगे
आधिकारिक नोटिस के मुताबिक KIIT को नोटिस जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि सरकार की गठित कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग और दुर्व्यवहार की रिपोर्ट की जांच की जा रही है। जिम्मेदार लोगों को कानूनी एक्शन लिया जाएगा।

छात्रा के पिता बोले- हमें बस इतना पता है कि जांच की जा रही है।
मृतक छात्रा के पिता सुनील लामसाल ने कहा- हमें बस इतना पता है कि जांच की जा रही है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट जल्द ही आ जाएगी। हमें जानकारी मिली है कि उसे परेशान किया गया और इमोशनली ब्लैकमेल किया गया। जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली।
17 फरवरी को हमने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से बात की थी। उन्होंने कुछ नहीं कहा, लेकिन पुलिस और कॉलेज प्रशासन सहयोग कर रहा है। बेटी का कजिन भाई भी यहां पढ़ता है। उसने हमें घटना के बारे में बताया था।
पिता सुनील ने कहा कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। मुझे लगता है कि इस सब के पीछे वो ही जिम्मेदार है। उसका फोन, लैपटॉप और डायरी फोरेंसिक विभाग को दी गई है।
सुनील ने कहा कि पुलिस प्रशासन और सरकार हमारी मदद कर रही है। मैंने सुना है कि छात्रों को जाने के लिए कहा जा रहा है, यह सही नहीं है। हम केवल न्याय की मांग कर रहे हैं।
AUDIO वायरल, दावा- ये छात्र और छात्रा की बातचीत का
यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के बीच ऑडियो वायरल है, जिसमें किसी लड़की और लड़के की बातचीत है। दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो रही है। लड़का लड़की को लगातार गालियां दे रहा है।
लड़का लड़की से माफी मांगने के लिए कहता है। इस पर लड़की लड़के से माफी मांग लेती है। दोनों के बीच लंबी बहस के बाद लड़की रोने लगती है। दावा किया जा रहा है कि यह कॉल रिकॉर्डिंग प्रकृति और आरोपी लड़के के बीच बातचीत की है।

सोशल मीडिया पर लड़की के मर्डर की थ्योरी
वहीं, सोशल मीडिया पर यूनिवर्सिटी के नेपाली छात्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि लड़की का मर्डर किया गया था। एक X पोस्ट में शेयर किए गए वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट के मुताबिक, आरोपी लड़के ने यूनिवर्सिटी की सेंट्रल लाइब्रेरी में लड़की को मोलेस्ट किया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उसके शव को ले जाकर उसके हॉस्टल के कमरे में रख दिया जिससे ये सुसाइड दिखे।
इसके अलावा एक वीडियो में दावा किया गया है कि यूनिवर्सिटी ने करीब 800 छात्रों को ऑडिटोरियम में बैठाया और उनके फोन जब्त किए, ताकि वे इस मामले को लेकर किसी से बात न कर सकें।

नेपाल के PM ने दो अधिकारियों को ओडिशा भेजा
छात्रों का आरोप- कॉलेज प्रशासन ने हमें बाहर निकाला
इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले नेपाल के छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। स्टूडेंट्स ने कहा कि हम रविवार रात यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल ऑफिस गए और रात भर धरने पर बैठे रहे। इसके बाद सोमवार को हमें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया गया।
एक छात्र ने बताया कि हम लोग प्रदर्शन कर रहे थे। यूनिवर्सिटी स्टाफ आए और हॉस्टल खाली करने को कहा। जो लोग जल्दी से सामान पैक नहीं कर रहे थे, उन्हें मारा गया। हमें जबरन हॉस्टल खाली करने पर मजबूर कर दिया गया। दो बसों में भरकर हमें कटक रेलवे स्टेशन पर उतार दिया गया।

यूनिवर्सिटी ने कहा- बढ़ते तनाव के चलते कैंपस खाली कराया गया कॉलेज से निकाले जाने के नेपाली स्टूडेंट्स के दावे पर यूनिवर्सिटी ने कहा कि बढ़ते तनाव को देखते हुए छात्रों को 17 फरवरी, 2025 (सोमवार) तक कैंपस खाली करने का आदेश दिया था। हालांकि सोमवार शाम को एक अधिकारी ने कहा, ‘अब प्रशासन ने छात्रों से कैंपस वापस लौटकर अपनी पढ़ाई फिर से शुरू करने की अपील की है। छात्रों की सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात की गई है।’
इसके साथ ही यूनिवर्सिटी ने दो सिक्योरिटी स्टाफ को नौकरी से निकाल दिया। जबकि, हॉस्टल के दो सीनियर एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिसर और इंटरनेशनल रिलेशंस ऑफिस के एक अधिकारी को मामले की जांच पूरी होने तक सस्पेंड कर दिया है।
