नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को चुनाव आयोग को लोकतंत्र का कैंसर कहा। उन्होंने कहा कि इस समय चुनाव आयोग की जो भूमिका है, वह बीजेपी के चीयरलीडर की तरह है और उसी के चीयरलीडर की तरह काम भी कर रहा है। यह लोकतंत्र के लिए कैंसर बनता जा रहा है।
इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव मानसिक रूप से डिस्टर्ब होते जा रहे हैं। चुनाव आयोग पर विश्वास नहीं है। चुनाव आयोग को कैंसर कर रहे, दुर्योधन मत बनिए। आप लोग आपदा विपदा लाने वाले लोग हैं। साइकैट्रिस्ट की जरूरत है। कुछ भी बकते रहते हैं। बीजेपी सिस्टम और संविधान से चलने वाली पार्टी है। लालू यादव की पार्टी परिवार के साथ चलने वाली है। आप लालू के नेतृत्व में हैं, इसलिए नेता हैं। बीजेपी जनता की पार्टी है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंगलवार को अपने सरकारी आवास से राघोपुर के लिए निकले। तेजस्वी ने राघोपुर जाने से पहले कहा कि चुनाव आयोग से लोगों का विश्वास उठता जा रहा है, जो चुनाव आयोग की विश्वसनीयता है, दिन प्रतिदिन हर चुनाव के बाद कम होती जा रही है। कहा कि आप सभी लोगों को पता है कि जो भी प्वाइंटर्स या क्वेरी विपक्ष की होती है। उसका हल चुनाव आयोग नहीं कर पाता है।
लालू प्रसाद की तुलना कर्पूरी ठाकुर से करना बेकार
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को कहा कि लालू प्रसाद यादव की तुलना कर्पूरी ठाकुर से करना बेकार है। भारत रत्न किस बात के लिए दिया जाए, क्या उन्हें जंगल राज्य के लिए दिया जाए। इस पर तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी की तो यही मानसिकता है, जब कर्पूरी जी जीवित थे, यह लोग गाली देते थे। अंबेडकर जी को इन लोगों ने गाली देने का काम किया।
उनको अभी नहीं बुझाएगा जो भी महापुरुष हैं। अंबेडकर जी के निधन के कितने साल बाद भारत रत्न मिला। कर्पूरी जी के निधन के कितने साल बाद उन्हें भारत रत्न मिला, जो भी महापुरुष रहे हैं, उनकी कुर्बानी कह रही है कि उनकी इस समाज में क्या अहम योगदान रहे है। वह बाद में पता चलता है, उस समय जो भी पक्ष विपक्ष में रहेगा। उससे हम लोग लालू जी के लिए भारत रत्न की मांग करेंगे।

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने भी साधा था निशाना
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को कहा था कि ‘लालू यादव की कर्पूरी ठाकुर से तुलना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं तेजस्वी यादव से पूछना चाहता हूं कि जो कांग्रेस पार्टी पिछड़े वर्गों के आरक्षण के खिलाफ थी, जिसने लोकतंत्र की हत्या की, जिसने हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया।
उस कांग्रेस की गोद में जाकर लालू यादव ने कितना बुरा काम किया। लालू यादव को अपहरणकर्ताओं को संरक्षण देने वाले, विकास को बर्बाद करने वाले, बिहार को बदनाम करने वाले, बिहार में जंगलराज स्थापित करने वाले का पुरस्कार दिया जा सकता है।’