तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के दो दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं अपने शिक्षक दिव्यानंद के तबादले के विरोध में अनशन पर बैठ गए हैं। सोमवार दोपहर से शुरू हुआ यह अनशन मंगलवार रात तक जारी रहा। इस दौरान 5 छात्र और 6 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इनमें से दो छात्राओं की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जबकि अन्य को शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द की शिकायत हो रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर अस्पताल के प्रभारी राजू अपने मेडिकल दल के साथ अनशन स्थल पर पहुंचे।
उन्होंने छात्रों से अस्पताल में भर्ती होने की अपील की, लेकिन अनशन पर बैठे छात्रों ने कहा कि जब तक स्थिति अत्यधिक गंभीर नहीं होगी, वे खुद अस्पताल नहीं जाएंगे। इसके बावजूद, कई छात्रों को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल भेजा गया है।

छात्रों से मिले विभिन्न विषयों के प्रोफेसर
देर रात करीब 12:30 बजे विभिन्न विषयों के प्रोफेसर अनशन स्थल पर पहुंचे और छात्रों से बातचीत की। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे कुलपति को व्हाट्सएप संदेश के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी दें और विनम्रता से अनुरोध करें कि शिक्षक को वापस पीजी हिंदी विभाग में भेजा जाए। छात्रों में इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि दो दिन बीत जाने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
क्या है पूरा मामला
छात्र-छात्राएं हिंदी विभाग के शिक्षक दिव्यानंद के तबादले को लेकर विरोध कर रहे हैं। बीते 31 जनवरी को उनके जन्मदिन के अवसर पर, छात्रों के आग्रह पर उन्होंने तलवार से केक काटा था। इस घटना के बाद कुलपति ने जांच कमेटी गठित की, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक का तबादला नारायणपुर कॉलेज कर दिया गया।
छात्रों का कहना है कि यदि तलवार से केक कटवाना उनकी गलती थी, तो शिक्षक पर कार्रवाई क्यों की गई। वे तबादले को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे अनशन जारी रखेंगे।