प्रयागराज: दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ 2025 में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे में कम से कम 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा संगम तट पर उस समय हुआ जब भीड़ बेकाबू हो गई और बैरिकेड गिरने से भगदड़ मच गई।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए घाट पर उमड़ पड़े। सुरक्षा बलों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की थी, लेकिन अत्यधिक दबाव के कारण बैरिकेड अचानक टूट गया और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई और कई श्रद्धालु दबकर घायल हो गए।
घायलों का इलाज, मृतकों की पहचान जारी
घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों में चार कर्नाटक, दो गुजरात और एक असम से हैं, बाकी की पहचान की जा रही है।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस दर्दनाक हादसे पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने गहरा शोक जताया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है।
प्रशासन पर उठे सवाल
हर बार महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण को लेकर दावे किए जाते हैं, लेकिन इस बार व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशासन इस तरह की भीड़ के लिए तैयार नहीं था?
श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से धैर्य और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी से बचा जा सके।